2026 अन्नप्राशन मुहूर्त : शुभ तिथियां और समय

Author: Vijay Pathak | Last Updated: Thu 6 Nov 2025 10:09:39 AM

2026 अन्नप्राशन मुहूर्त : शिशु के जीवन का प्रत्येक क्षण अनमोल होता है और जब वह पहली बार अन्न ग्रहण करता है,तो वह क्षण न केवल शारीरिक पोषण की शुरुआत होती है, बल्कि एक पवित्र संस्कार का रूप भी ले लेता है, जिसे हम अन्नप्राशन संस्कार कहते हैं। यह हिंदू धर्म के 16 संस्कारों में से एक है, जिसमें, शिशु को पहली बार ठोस अन्न खिलाया जाता है। अन्नप्राशन संस्कार केवल एक सामाजिक रस्म नहीं, बल्कि यह शिशु के शरीर, मन और आत्मा को सुदृढ़ बनाने की एक आध्यात्मिक प्रक्रिया है। सही तिथि, नक्षत्र, योग और मुहूर्त में यह संस्कार करने से शिशु के जीवन में सुख, समृद्धि और स्वास्थ्य का संचार होता है।


Read in English: 2026 Annaprashan Muhurat

इस लेख में हम आपको बताएंगे कि वर्ष 2026 में अन्नप्राशन संस्कार के शुभ मुहूर्त, तिथि, वार, नक्षत्र और योग ताकि आप अपने लाडले या लाडली का यह पहला अन्न संस्कार पूर्ण श्रद्धा और शुभता के साथ कर सकें। तो आइए बिना देरी किए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं इस बारे में विस्तार से।

2026 अन्नप्राशन मुहूर्त की पूरी सूची

अन्नप्राशन से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण बातों की जानकारी प्राप्त कर लेने के बाद लिए अब आगे बढ़ते हैं और जान लेते हैं 2026 अन्नप्राशन मुहूर्त की जानकारी।

जनवरी 2026 अन्नप्राशन मुहूर्त

तिथि व दिन

समय

1 जनवरी, गुरुवार

07:45 – 10:23

1 जनवरी, गुरुवार

11:51 – 16:47

1 जनवरी, गुरुवार

19:01 – 22:52

5 जनवरी, सोमवार

08:25 – 13:00

9 जनवरी, शुक्रवार

20:50 – 23:07

फरवरी 2026 

तिथि व दिन

समय (IST)

6 फरवरी, शुक्रवार

07:37 – 08:02

6 फरवरी, शुक्रवार

09:29 – 14:25

6 फरवरी, शुक्रवार

16:40 – 23:34

18 फरवरी, बुधवार

18:13 – 22:46

20 फरवरी, शुक्रवार

07:26 – 09:59

20 फरवरी, शुक्रवार

11:34 – 15:45

मार्च 2026 अन्नप्राशन मुहूर्त

तिथि व दिन

समय (IST)

20 मार्च, शुक्रवार

09:45 – 11:40

20 मार्च, शुक्रवार

11:40 – 13:55

20 मार्च, शुक्रवार

13:55 – 16:14

25 मार्च, बुधवार

09:25 – 11:21

25 मार्च, बुधवार

13:35 – 14:20

27 मार्च, शुक्रवार

10:37 – 11:13

27 मार्च, शुक्रवार

11:13 – 13:28

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अप्रैल 2026

तिथि व दिन

समय (IST)

20 अप्रैल, सोमवार

04:35 AM – 07:28 AM

21 अप्रैल, मंगलवार

04:15 AM – 04:58 AM

26 अप्रैल, रविवार

04:53 AM – 08:27 PM

27 अप्रैल, सोमवार

09:18 PM – 09:35 PM

29 अप्रैल, बुधवार

04:51 AM – 07:52 PM

मई 2026 अन्नप्राशन मुहूर्त

तिथि व दिन

समय (IST)

1 मई, शुक्रवार

10:00 AM – 09:13 PM

3 मई, रविवार

07:10 AM – 10:28 PM

5 मई, मंगलवार

07:39 PM – 05:37 AM (6 मई)

6 मई, बुधवार

05:37 AM – 03:54 PM

7 मई, गुरुवार

06:46 PM – 05:35 AM (8 मई)

8 मई, शुक्रवार

05:35 AM – 12:21 PM

13 मई, बुधवार

08:55 PM – 05:31 AM (14 मई)

14 मई, गुरुवार

05:31 AM – 04:59 PM

जून 2026

तिथि व दिन

समय (IST)

21 जून, रविवार

09:31 AM – 11:21 AM

22 जून, सोमवार

06:01 AM – 04:44 AM (23 जून)

23 जून, मंगलवार

04:44 AM – 05:43 AM

24 जून, बुधवार

09:29 AM – 02:38 AM (25 जून)

26 जून, शुक्रवार

02:46 PM – 04:45 AM (27 जून)

27 जून, शनिवार

04:45 AM – 05:41 PM

जुलाई 2026 अन्नप्राशन मुहूर्त

तिथि व दिन

समय (IST)

15 जुलाई, बुधवार

12:21 – 13:09

20 जुलाई, सोमवार

06:06 – 08:16

20 जुलाई, सोमवार

12:49 – 15:09

24 जुलाई, शुक्रवार

06:08 – 08:00

24 जुलाई, शुक्रवार

08:00 – 09:43

29 जुलाई, बुधवार

09:58 – 12:14

29 जुलाई, बुधवार

12:14 – 14:33

अगस्त 2026

तिथि व दिन

समय (IST)

3 अगस्त, सोमवार

09:37 – 16:32

5 अगस्त, बुधवार

11:46 – 18:28

7 अगस्त, शुक्रवार

21:30 – 22:55

10 अगस्त, सोमवार

16:04 – 21:18

17 अगस्त, सोमवार

06:25 – 10:59

17 अगस्त, सोमवार

13:18 – 17:41

26 अगस्त, बुधवार

06:27 – 10:23

28 अगस्त, शुक्रवार

06:28 – 12:35

सितंबर 2026 अन्नप्राशन मुहूर्त

तिथि व दिन

समय (IST)

14 सितंबर, सोमवार

06:36 – 06:53

14 सितंबर, सोमवार

06:53 – 07:37

17 सितंबर, गुरुवार

13:35 – 15:39

21 सितंबर, सोमवार

06:39 – 07:29

21 सितंबर, सोमवार

08:42 – 11:01

21 सितंबर, सोमवार

13:20 – 15:24

24 सितंबर, गुरुवार

08:30 – 10:49

24 सितंबर, गुरुवार

13:08 – 15:12

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अक्टूबर 2026

तिथि व दिन

समय (IST)

12 अक्टूबर, सोमवार

06:50 – 07:19

12 अक्टूबर, सोमवार

11:57 – 14:01

21 अक्टूबर, बुधवार

06:56 – 07:30

21 अक्टूबर, बुधवार

11:22 – 13:26

26 अक्टूबर, सोमवार

06:59 – 08:44

30 अक्टूबर, शुक्रवार

07:03 – 08:27

नवंबर 2026 अन्नप्राशन मुहूर्त

तिथि व दिन

समय (IST)

11 नवंबर, बुधवार

07:11 – 07:41

11 नवंबर, बुधवार

09:59 – 12:03

11 नवंबर, बुधवार

12:03 – 12:08

16 नवंबर, सोमवार

07:15 – 07:21

16 नवंबर, सोमवार

09:40 – 11:43

दिसंबर 2026 

तिथि व दिन

समय (IST)

14 दिसंबर, सोमवार

07:49 – 09:42

14 दिसंबर, सोमवार

11:36 – 13:03

16 दिसंबर, बुधवार

07:42 – 09:46

16 दिसंबर, बुधवार

09:46 – 10:38

अन्नप्राशन का क्या अर्थ है

बच्चे जह अपने जीवन में पहला ठोस आहार ग्रहण करते हैं तो इस पूरी विधि को अन्नप्राशन कहा जाता है। यह संस्कार शिशु के स्वस्थ और लंबी आयु के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है। यह वह विशेष समय होता है, जब शिशु पहली बार मां के दूध के अलावा कोई ठोस खाद्य पदार्थ (जैसे खिचड़ी, फल, दाल, हलवा आदि) ग्रहण करता है। यह संस्कार हिंदू परंपरा में बहुत महत्व रखता है क्योंकि माना जाता है कि इससे बच्चे की पाचन शक्ति, स्वास्थ्य और बुद्धि में सुधार होता है। यह संस्कार हिंदू परंपरा में बहुत अधिक महत्व रखता है क्योंकि माना जाता है कि इससे बचेच की पाचन शक्ति, स्वास्थ्य और बुद्धि में सुधार होता है। अन्नप्राशन संस्कार बच्चे की जीलवशैली और उसके स्वास्थ्य के लिए शुभ प्रभाव डालता है।

यह बच्चे के लिए स्वस्थ आहार ग्रहण की शुरुआत है। इससे शिशु की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। सही मुहूर्त में अन्नप्राशन करने से बच्चे के संपूर्ण विकास में लाभ होता है। सामान्यतः शिशु के 6 महीने बाद अन्नप्राशन करवाना शुभ माना जाता है। इसके लिए मुहूर्त पंचांग, तिथि, नक्षत्र, वार और योग के आदार पर निर्धारित किया जाता है।

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क्यों जरूरी है अन्नप्राशन

छह महीने के ऊपर के बच्चों के लिए अन्नप्राशन बहुत जरूरी है। आइए जानते हैं क्यों:

  • जन्म के बाद शिशु केवल मां का दूध पीता है, लेकिन 6 महीने के बाद उसे अतिरिक्त पोषण की आवश्यकता होती है। अन्नप्राशन से शिशु को ठोस आहार देने की शुरुआत होती है, जो उसके शारीरिक विकास और ऊर्जा के लिए आवश्यक है।
  • संतुलित आहार मिलने से बच्चे का मस्तिष्क विकास तेजी से होता है।
  • शरीर को जरूरी पोषणक तत्व मिलते हैं, जो बुद्धि स्मरण शक्ति और व्यवहार को प्रभावित करते हैं।
  • ठोस आहार में आवश्यक विटामिन, प्रोटीन और खनिज होते हैं, जो बच्चे की इम्यूनिटी को मजबूत बनाते हैं।
  • यह संस्कार शिशु को धार्मिक जीवन से जोड़ता है।
  • मान्यता है कि शुभ मुहूर्त में अन्नप्रान करने से शिशु के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा, स्वास्थ्य और सौभाग्य आता है।
  • यह अवसर पूरे परिवार को एक साथ लाता है, जिसमें सभी बच्चे को आशीर्वाद देते हैं।
  • बच्चा पहली बार समाज और संस्कृति के संपर्क में आता है।

अन्नप्राशन के दौरान क्या करें क्या न करें

अन्नप्राशन में क्या करें

  • अन्नप्राशन शिशु के 6 महीने से 1 वर्ष की उम्र के बीच किया जाना चाहिए।
  • लड़कों के लिए अक्सर 6वें या 8वें महीने में और लड़कियों के लिए 5वें या 7वें महीने में करना शुभ माना जाता है।
  • किसी अनुभवी पंडित या ज्योतिषी से शुभ तिथि, वार, नक्षत्र और लग्न देखकर मुहूर्त तय कराएं।
  • अन्नप्राशन संस्कार में गणेश पूजन, हवन और विशेष मंत्रोच्चारण किए जाते हैं।
  • शिशु का पूजन कर के ही अन्न का पहला कौर दिया जाता है।
  • घर को साफ-सुथरा रखें और बच्चे को साफ वस्त्र पहनाएं।
  • भोजन बनाने वाले बर्तन और सामग्री पूरी तरह शुद्ध और ताज़ा हो।
  • भोजन में हल्के और पौष्टिक अन्न दें
  • पहले कौर में आमतौर पर चावल की खीर, सादा भात, दलिया, या घी-चावल दिया जाता है।
  • शहद, घी और गाय का दूध भी परंपरागत रूप से उपयोग किया जाता है (लेकिन डॉक्टर की सलाह जरूरी है)।
  • शिशु को नाना-नानी, दादा-दादी और परिवार के अन्य बुजुर्गों से आशीर्वाद दिलवाएं।

क्या न करें

  • अशुभ काल, ग्रहण, या पितृपक्ष में अन्नप्राशन करना वर्जित होता है।
  • शिशु छोटा होता है, अतः उसे ज्यादा भीड़-भाड़ और शोर से बचाना चाहिए।
  • पहली बार का भोजन हल्का, सुपाच्य और ताजे सामग्री से बना होना चाहिए।
  • बच्चे को शहद, गाय का दूध या अन्य चीज़ें देने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
  • अन्नप्राशन के बाद कुछ समय तक बच्चे को सावधानी से देखें, कोई एलर्जी या प्रतिक्रिया तो नहीं हो रही।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

  1. जुलाई माह में कितने अन्नप्राशन मुहूर्त है?

जुलाई माह में सात अन्नप्राशन मुहूर्त है।

  1. अक्टूबर माह में कितने अन्नप्राशन मुहूर्त है?

अक्टूबर माह में छह अन्नप्राशन मुहूर्त है।

  1. अन्नप्राशन संस्कार किस आयु में करना चाहिए?

अन्नप्राशन संस्कार छह माह की आयु के बाद करना चाहिए।

  1. जुलाई माह में कितने अन्नप्राशन मुहूर्त है?

जुलाई माह में सात अन्नप्राशन मुहूर्त है।

  1. अक्टूबर माह में कितने अन्नप्राशन मुहूर्त है?

अक्टूबर माह में छह अन्नप्राशन मुहूर्त है।

  1. अन्नप्राशन संस्कार किस आयु में करना चाहिए?

अन्नप्राशन संस्कार छह माह की आयु के बाद करना चाहिए।

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