2026 हिंदू कैलेंडर: नए साल में कब मनाए जाएंगे व्रत व त्योहार

Author: Vijay Pathak | Last Updated: Wed 5 Nov 2025 4:06:50 PM

एस्ट्रोकैंप द्वारा प्रस्तुत लेख 2026 हिंदू कैलेंडर का विशेष रूप से उन लोगों के लिए तैयार किया गया है, जो वर्ष भर आने वाले हिंदू व्रतों और त्योहारों की सटीक तिथियों की जानकारी पहले से ही प्राप्त करना चाहते हैं। हिंदू धर्म विश्व के प्राचीनतम और प्रमुख धर्मों में से एक है, जिसमें साल भर अनेक पर्व जैसे कि होली दीपावली, रक्षाबंधन, जन्माष्टमी आदि बड़े श्रद्धा भाव और हर्षोंल्लास से मनाए जाते हैं। लेकिन आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में अक्सर लोग इन महत्वपूर्ण तिथियों से अनजान रह जाते हैं। ऐसे में यह कैलेंडर आपकी मदद करेगा, ताकि आप हर खास दिन की तैयारी समय रहते कर सकें। ध्यान देने योग्य बात यह है कि यह कैलेंडर चंद्रमा की गति और हिंदू पंचांग के अनुसार, तैयार किया है। 


Read in English: 2026 Hindu Calendar

आइए अब विस्तार से जानते हैं वर्ष 2026 में पड़ने वाले सभी प्रमुख व्रत और त्योहारों की तिथियां के बारे में विस्तार से।

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2026 हिंदू कैलेंडर: पर्व एवं त्योहारों की सूची 

जनवरी 2026 के हिंदू व्रत व त्योहार

फरवरी 2026 के हिंदू व्रत व त्योहार

मार्च 2026 के हिंदू व्रत व त्योहार

2026 हिंदू कैलेंडर: अप्रैल 2026 के हिंदू व्रत व त्योहार

मई 2026 के हिंदू व्रत व त्योहार

जून 2026 के हिंदू व्रत व त्योहार

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अगस्त 2026 के हिंदू व्रत व त्योहार

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अक्टूबर 2026 के हिंदू व्रत व त्योहार

नवंबर 2026 के हिंदू व्रत व त्योहार

2026 हिंदू कैलेंडर: दिसंबर 2026 के हिंदू व्रत व त्योहार

2026 हिंदू कैलेंडर का महत्व

हिंदू कैलेंडर जिसे पंचांग भी कहते है, भारतीय संस्कृति और धर्म का एक अत्यंत महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसका उपयोग न केवल त्योहारों और व्रतों की तिथि निर्धारण के लिए किया जाता है, बल्कि विवाह, गृह प्रवेश, नामकरण संस्कार, मुंडन, यज्ञ जैसे शुभ कार्यों में भी इसका विशेष स्थान होता है। हिंदू कैलेंडर के माध्यम से वर्ष भर आने वाले सभी प्रमुख व्रत, पर्व और त्योहारों की तिथियां निर्धारित की जाती है। इससे श्रद्धालु लोग धार्मिक क्रियाओं की तैयारी पहले से कर सकते हैं। किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले शुभ मुहूर्त देखना अत्यंत आवश्यक होता है। हिंदू कैलेंडर चंद्रमा और सूर्य की गति पर आधारित होने के कारण, उसमें सही मुहूर्त और तिथि की जानकारी दी जाती है।

यह कैलेंडर सनातन परंपराओं और ऋषि-मुनियों द्वारा बताए गए गणनाओं पर आधारित है, जो हजारों वर्षों से भारतीय जीवनशैली का मार्गदर्शन करता आया है। भारत जैसे विविधताओं वाले देश में भी हिंदू कैलेंडर धार्मिक और सांस्कृतिक एकता बनाए रखने में सहायक होता है। चाहे वह उत्तर भारत हो या दक्षिण, पर्वों की जड़ें इसी पंचांग से जुड़ी होती हैं।

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हिंदू कैलेंडर से जुड़ी मुख्य बातें

  • हिंदू कैलेंडर में केवल तिथियों का हिसाब नहीं होता, बल्कि इसमें विज्ञान, खगोलशास्त्र, धर्म और परंपरा का सुंदर समावेश होता है। आइए जानते हैं हिंदू कैलेंडर से जुड़ी कुछ मुख्य बातें:
  • हिंदू कैलेंडर मुख्य रूप से चंद्रमा की गति पर आधारित होता है, लेकिन कुछ गणनाएं सूर्य की स्थिति को भी ध्यान में रखकर की जाती हैं। यही कारण है कि इसे चंद्र-सौर कैलेंडर कहा जाता है।
  • हिंदू कैलेंडर खगोल शास्त्र पर आधारित होता है। इसमें ग्रहों, नक्षत्रों और चंद्र-सूर्य की स्थिति के अनुसार तिथियां निर्धारित की जाती है।
  • हिंदू कैलेंडर को पंचांग कहा जाता है क्योंकि इसमें पांच भाग होते हैं- तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण।
  • हर ढाई से तीन साल में एक अधिकमास आता है, जिसे मलमास भी कहा जाता है। इस महीने में कोई शुभ कार्य जैसे विवाह आदि नहीं होते, लेकिन यह धार्मिक दृष्टि से बेहद फलदायी माना जाता है।

20206 हिंदू कैलेंडर की विशेषताएं

  • हम सभी इस बात से भली-भांति परिचित हैं कि हिंदू पंचांग में सप्ताह के सात दिन निर्धारित होते हैं, जिनकी शुरुआत रविवार से होती है और समापन शनिवार को। हर दिन विशेष रूप से किसी ग्रह और देवी-देवताओं से जुड़ा है, जो उस दिन के महत्व को और अधिक बढ़ा देता है।
  • 2026 हिंदू कैलेंडर इस ओर भी इशारा करता है कि सनातन परंपरा में 27 नक्षत्रों की मान्यता है, जो आकाशीय तारों के समूह होते हैं। ये,सभी 12 नक्षत्र राशियों के साथ समन्वय में काम करते हैं, और इन्हीं के आधार पर कई धार्मिक अनुष्ठान व पर्व-त्योहारों की तिथियां तय होती हैं।
  • इसके अलावा, पंचांग में योग और सौर-चंद्र दिन का परिणाम होता है, जिसे शुभ या अशुभ मानकर कार्य किया जाता है। इस योग का आधा भाग करण कहलाता है, जो विशेष मुहूर्त और पूजा-पाठ के समय निर्णय में अहम भूमिका निभाता है।

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हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा ये लेख जरूर पसंद आया होगा। ऐसे ही और भी लेख के लिए बने रहिए एस्ट्रोकैंप के साथ। धन्यवाद !

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

हिंदी के 12 महीने कौन से हैं?

हिंदी के 12 महीने हैं: चैत्र, वैशाख, ज्येष्ठ, आषाढ़, श्रावण, भाद्रपद, अश्विन, कार्तिक, मार्गशीर्ष, पौष, माघ, फाल्गुन।

पंचांग में तिथि क्या है?

तिथि पंचांग के सबसे महत्वपूर्ण तत्वों में से एक है। यह चंद्र दिवस का प्रतिनिधित्व करता है और चंद्रमा और सूर्य के बीच अनुदैर्ध्य कोण को 12 डिग्री तक बढ़ने में लगने वाला समय है।

हिंदू कैलेंडर में 1 साल में कितने दिन होते हैं?

मूलत: सौरमास (सौर-वर्ष) 365 दिन का होता है।

हिंदी के 12 महीने कौन से हैं?

हिंदी के 12 महीने हैं: चैत्र, वैशाख, ज्येष्ठ, आषाढ़, श्रावण, भाद्रपद, अश्विन, कार्तिक, मार्गशीर्ष, पौष, माघ, फाल्गुन।

  1. पंचांग में तिथि क्या है?

तिथि पंचांग के सबसे महत्वपूर्ण तत्वों में से एक है। यह चंद्र दिवस का प्रतिनिधित्व करता है और चंद्रमा और सूर्य के बीच अनुदैर्ध्य कोण को 12 डिग्री तक बढ़ने में लगने वाला समय है।

  1. हिंदू कैलेंडर में 1 साल में कितने दिन होते हैं?

मूलत: सौरमास (सौर-वर्ष) 365 दिन का होता है।

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