2026 केतु गोचर: जानें सभी राशियों पर प्रभाव और उपाय

Author: Vijay Pathak | Last Updated: Fri 28 Nov 2025 3:56:36 PM

2026 केतु गोचर: हमारे प्राचीन ज्योतिषियों ने राहु-केतु को छाया ग्रह कहा है, क्योंकि ये सूर्य, चंद्रमा या अन्य ग्रहों की तरह वास्तविक चमक वाले या दिखाई देने वाले ग्रह नहीं होते हैं। चंद्रमा की कक्षा जहां सूर्य की कक्षा को काटती है, वे दो बिंदू नोड्स कहलाते हैं। ये दोनों बिंदी एक-दूसरे से बिल्कुल 180 डिग्री दूर होते हैं। ऊपरी (उत्तर) वाला नोड राहु और निचले (दक्षिण) वाले नोड को केतु कहा जाता है। ज्योतिष में राहु और केतु राशि चक्र में वक्री गति से चलते हैं। राहु और केतु लगभग डेढ़ साल तक एक ही राशि में रहते हैं।


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केतु वैदिक ज्योतिष के अनुसार

हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, राहु और केतु एक ही शरीर के दो हिस्से हैं। समुद्र मंथन के समय जब देवता और असुरों ने समुद्र को मथा, तब एक दिव्य हाथी, एक घोड़ा, देवी लक्ष्मी और भगवान धनवंतरि अमृत लेकर प्रकट हुए। अमृत किसे मिले और कैसे बांटा जाए, इस पर देवताओं और असुरों में बड़ा विवाद हो गया। तभी भगवान विष्णु ने मोहिनी नामक सुंदर अप्सरा का रूप लिया और देव-असुर दोनों की सहमति से अमृत बांटने की जिम्मेदारी संभाली।

उसी समय स्वर्भानु नाम का एक असुर चुपके से देवताओं की पंक्ति में बैठ गया और अमृत की कुछ बूंदें पी लें। लेकिन सूर्य देव और चंद्र देव ने उसकी पहचान बता दी। यह देखकर भगवान विष्णु ने तुरंत अपना सुदर्शन चक्र चलाकर स्वर्भानु का सिर काट दिया। लेकिन क्योंकि स्वर्भानु अमृत पी चुका था, इसलिए उसका सिर और धड़ दोनों अमर हो गए।

सिर का नाम राहु और धड़ का नाम केतु रखा गया। सूर्य और चंद्र देव ने ही उसकी चोरी पकड़ी थी, इसलिए राहु और केतु उनके शत्रु बन गए। इसी कारण वे समय-समय पर सूर्य या चंद्रमा को “निगलने” की कोशिश करते हैं, जिसे हम ग्रहण कहते हैं। लेकिन क्योंकि सूर्य और चंद्र देव अमर हैं, इसलिए वे तुरंत निकल आते हैं।

2026 में केतु का गोचर

साल 2026 में केत का गोचर ज्योतिष की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि केतु किसी एक राशि में लगभग 18 महीनों तक स्थिर रहता है और पूरे राशिचक्र का चक्र पूरा करने में उसे लगभग 18 वर्ष लगते हैं। वर्ष 2026 में केतु पूरे साल की शुरुआत से लेकर 05 दिसंबर 06 तक सिंह राशि में स्थित रहेगा। इसके बाद 05 दिसंबर 2026 की शाम 08 बजकर 3 मिनट केतु सिंह राशि से निकलकर कर्क राशि में प्रवेश करेगा। इस परिवर्तन के साथ कई राशियों की जीवन परिस्थिति, मानसिक स्थिति, आध्यात्मिकता और कर्मफल से जुड़े विषयों में बदलाव दिखाई दे सकते हैं।

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सिंह राशि में केतु गोचर का प्रभाव

सिंह राशि नेतृत्व, आत्मसम्मान, महत्वाकांक्षा, लक्ष्य, रचनात्मकता, कला, ग्लैमर, मंच, प्रशासन, राजसी ठाट-बाट, विलासिता और प्रेम जैसी चीज़ों का प्रतिनिधित्व करती है, क्योंकि यह कालपुरुष कुंडली का प्राकृति पांचवां भाव माना जाता है। लेकिन अब केतु इस राशि में गोचर कर रहा है, जिसकी ऊर्जा सिंह से बिल्कुल अलग है। केतु त्याग, वैराग्य, अकेलेपन, भौतिक सुखों से दूर ध्यान, आध्यात्मिकता और रहस्य विद्या के कारक हैं। इसलिए केति यहां बहुत सहज महसूस नहीं करता क्योंकि वह सिंह राशि द्वारा दी जाने वाली हर भौतिक, अहंकारी या चमक दमक वाली ऊर्जा को अस्वीकार कर देता है और व्यक्ति को केतु की ही ऊर्दा का अनुभव कराता है।

इस दौरान लोगों का अहंकार टूट सकता है। नेताओं या अधिकार वाली पोज़िशन में बैठे लोगों की नेतृत्व क्षमता की परीक्षा हो सकती है। यह गोचर दुनिया की रॉयल फैमिली या राजघरानों के लिए भी चुनौतीपूर्ण समय ला सकता है, जहां मतभेद या विभाजन देखने को मिल सकते हैं। लेकिन जब केतु अपने ही नक्षत्र मघा में गोचर करेगा, जो सिंहासन और पितरों से जुड़ा नक्षत्र है, तब यह अपने पूर्वजों का सम्मान करने, आध्यात्मिक कर्तव्य निभाने और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करने का सबसे शुभ समय माना जाएगा। ये सामान्य भविष्यफल हैं; अधिक सटीक और व्यक्तिगत भविष्यवाई के लिए अपनी जन्म कुंडली का विश्लेषण किसी योग्य ज्योतिषी से कराना आवश्यक है।

केतु गोचर का प्रत्येक राशि पर प्रभाव

2026 केतु गोचर: मेष राशि

मेष राशि वालों के लिए केतु 05 दिसंबर 06 तक आपके पंचम भाव में रहेगा। इस वजह से इस साल आ पढ़ाई, प्यार-मोहब्बत और बच्चों जैसी चीजों से थोड़ा अलग-थलग महसूस कर सकते हैं। रिश्तों में भी परखने वाला सम आ सकता है। अगर आप रिश्ते को लेकर सीरियस हैं, तो अपने पार्टनर के साथ एक गहरा और दिव्य रिश्ता बना पाएंगे। लेकिन अगर रिश्ते में ईमानदारी नहीं है, तो पार्टनर का भरोसा या सम्मान नहीं मिल पाएगा।

इस समय आप आध्यात्मिकता और धार्मिक सीख की तरफ ज्यादा खिंचेंगे। साथ ही, पैसे कमाने और इच्छाएं पूरी करने की चाह भी बढ़ सकती है।

उपाय: हर दिन “ॐ केतवे नमः” मंत्र 27 बार जप करें।

2026 केतु गोचर: वृषभ राशि

वृषभ राशि वालों कि लिए 05 दिसंबर 2026 तक केतु आपके चौथे भाव में रहगा। इस दौरान आपके घर-परिवार में कुछ परेशानियां आ सकती हैं। काम या प्रोफेशन की वजह से आपको घर या देश से दूर जाना पड़ सकता है। कभी-कभी यह बदलाव परिवार में अलगाव या इनबन के कारण भी हो सकता है। इस समय जमीन-जायदाद से जुड़े विवाद भी होने की संभावना है। आपकी मां की सेहत कमजोर हो सकती है और उनके साथ रिश्तों में तनाव आ सकता है। आपको उनसे दूरी या मन का अलगाव महसूस हो सकता है, ऐसी स्थिति जहां उनके साथ रहना भी मुश्किल लगे और उनसे दूर रहना भी। यह समय नया घर, जमीन या वाहन खरीदने के लिए भी ठीक नहीं है, भले ही आपको कोई अच्छा सौदा मिल जाए।

कभी कभी यह बदलाव परिवार में अलगाव या अनबन के कारण भी हो सकता है। क्योंकि इस गोचर में अनिश्चितता, अचानक नुकसान, खर्च बढ़ना जैसी स्थितियाॆ बन सकती हैं। इस दौरान आप काम और करियर पर ज़्यादा फोकस करेंगे, जिससे घर-परिवार की ज़िम्मेदारियां पीछे छूट सकती हैं और यही आपकी परेशानियों का कारण बन सकता है। इसलिए सलाह है कि काम और घर दोनों के बीच संतुलन बनाए रखें।

उपाय: मंगलवार को महिलाओं को भोजन कराएं।

2026 केतु गोचर: मिथुन राशि

आने वाले साल के पहले हिस्से में मिथुन राशि वालों के लिए केतु का तीसरे भाव में गोचर कई तरह से लाभदायक रहेगा। इस दौरान आपकी हिम्मत, तेजी और किसी भी तरह की हाथ से की जाने वाली कला या कौशल में निपुणता बढ़ेगी। लेकिन इसके कुछ नकारात्मक प्रभाव भी रहेंगे। इस समय आपकी बातचीत की क्षमता प्रभावित हो सकती है।

आप कम बोलकर ज्यादा देखने-समझने की आदत विकसित कर सकते हैं। आपको अपने कजिन या छोटे भाई-बहनों से दूर महसूस हो सकती है। अगर उसने बातचीत बढ़ाएंगे। तो बहस या झगड़े होने की संभावना भी रहेगी। यात्रा से आपको लाभ मिलेगा और आप उसकी ओर आकर्षित भी होंगे। कम बातचीत, बढ़ती झुंझलाहट और व्यवहार में बदलाव के कारण आपकी शादीशुदा ज़िंदगी में भी थोड़ा तनाव आ सकता है।

उपाय: बुधवार के दिन केतु ग्रह के लिए यज्ञ/हवन करें।

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2026 केतु गोचर: कर्क राशि

2026 में केतु के कर्क राशि में गोचर के दौरान इसका प्रभाव आपकी दूसरी भाव पर पड़ेगा। इस समय आपको पैसों को संभालने में कठिनाई हो सकती है और बचत करने का मन नहीं करेगा। बड़े वित्तीय निर्णय लेने में भी दिक्कत आएगी। और जल्दबाजी में लिए गए फैसले नुकसान दे सकते हैं। परिवार से थोड़ा दूरी या गलतफहमी महसूस हो सकती है और आपकी बातों में कड़वाहट आ सकती है, जिससे लोग आपको गलत समझ सकते हैं। रिश्तों में रुकावटें आ सकती हैं और बढ़ते खर्चे आपको तनाव दे सकते हैं। अगर आप कोई बड़ा काम कोई बड़ा काम या योजना बनाएंगे तो वह उम्मीद के अनुसार नहीं चलेगी।

उपाय: रोज़ाना 43 बार “ॐ गणेशाय नमः” मंत्र का जाप करना शुभ रहेगा।

2026 केतु गोचर: सिंह राशि

सिंह राशि वालों के लिए आने वाले साल के पहले हिस्से में केतु आपकी लग्न राशि यानी पहले भाव में गोचर करेगा। इस समय आपको कुछ बड़े चैलेंज का सामना करना पड़ सकता है। आपका अहं बढ़ सकता है और आपको खुद को संभालने की जरूरत होगी।

इस दौरान आपको लग्जरी चीज़ों में रुचि कम होगी और आप सादा जीवन की ओर आकर्षित होंगे। अच्छी बात यह है कि यह समय आपको धार्मिक बना सकता है और आप धर्म या आध्यात्मिक गतिविधियों में ज्यादा रुचि ले सकते हैं।

तंत्र-मंत्र या रहस्यमयी विद्या में भी आपकी दिलचस्पी बढ़ सकती है। सेहत के मामले में उतार–चढ़ाव रहेंगे और शरीर में सूखापन या अन्य समस्याएँ सामने आ सकती हैं। वैवाहिक जीवन में भी थोड़ी अशांति आ सकती है, इसलिए जीवनसाथी के साथ धैर्य और समझ जरूरी होगी। इस अवधि में आप जल्दी गुस्सा कर सकते हैं, और यही गुस्सा आपकी सेहत को भी प्रभावित कर सकता है।

उपाय: रविवार को बुजुर्गों को भोजन दान करें।

2026 केतु गोचर: कन्या राशि

कन्या राशि वालों के लिए साल 2026 और 05 दिसंबर 2026 तक का समय थोड़ा असहज रह सकता है क्योंकि केतु आपके बारहवें भाव में रहेगा। इस दौरान खर्चों में बढ़ोतरी, अनचाही परेशानियां और रुकावटें आपको तनाव दे सकती हैं। सेहत में भी उतार-चढ़ाव आ सकते हैं और केतु के बारहवें भाव में होने से आपकी नींद प्रभावित हो सकती है या तो नींद देर से आएगी या फिर पूरी नहीं होगी।

यह सब आपकी कमजोर प्रतिरोधक क्षमता के कारण भी हो सकता है। इस समय अनचाही चिंताएं और मानसिक दबाव भी बढ़ेंगे, जो आपकी खुशी को प्रभावित कर सकता है। इसलिए अपनी सेहत पर ध्यान देना, समय पर खाना खाना और शरीर को फिट रखना बहुत जरूरी होगा। अगर खान–पान बिगड़ा तो पाचन से जुड़ी दिक्कतें बढ़ सकती हैं, जिससे आपकी सेहत पर और असर पड़ेगा।

उपाय: रोज़ 41 बार “ॐ नमो नारायणाय” मंत्र का जाप करें।

2026 केतु गोचर: तुला राशि

तुला राशि वालों के लिए 05 दिसंबर 2026 तक केतु आपकी कुंडली के ग्यारहवें भाव में रहेगा, जो धनलाभ, दोस्तों के समूह, इच्छाओं और बड़े भाई-बहनों से जुड़ा होता है। इस दौरान आपको धन की वृद्धि थोड़ी बहुत मिल सकती है, लेकिन बड़े भाई-बहनों से मतभेद या रुकावटें भी आ सकती है। अगर आपकी महादशा अनुकूल चल रही है, तो केतु की यह स्थिति आपको आर्थिक रूप से फायदा दे सकती है।

इस समय आपकी धन से जुड़ी इच्छाएं कम होंगी, लेकिन अगर आप ज़रूरत से ज्यादा खर्च करते हैं, तो आपको पैसों की कमी का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए किसी भी तरह का आर्थिक जोखिम लेने या बड़ी निवेश योजनाओं में पैसा लगाने से बचना चाहिए। बड़े भाई-बहनों के साथ रिश्ते बिगड़ सकते हैं, इसलिए संयम जरूरी होगा। कुल मिलाकर, आप पैसा कमा तो सकेंगे, लेकिन उसे बचाना मुश्किल हो सकता है।

उपाय: शुक्रवार के दिन बीमार लोगों को भोजन दान करें।

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2026 केतु गोचर: वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि वालों के लिए आने वाले साल के पहले हिस्से में केतु आपकी कुंडली के दसवें भाव में गोचर करेगा, जो करियर और प्रोफेशन से जुड़ा होता है। इस दौरान आपको काम में अच्छे अवसर मिलेंगे, नए प्रोजेक्ट मिल सकते हैं और करियर में सफलता भी बढ़ सकती है। विदेश यात्रा या विदेश से जुड़ा काम मिलने की संभावना भी रहेगी। लेकिन सावधानी जरूरी है, क्योंकि लापरवाही से आप काम में गलतियां कर सकते हैं, जिनके कारण आपको नुकसान या मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।

केतु का प्रभाव अक्सर असंतोष देता है, इसलिए सफलता मिलने के बावजूद आप अपने करियर विकास से पूरी तरह खुश नहीं रह पाएंगे। इस समय घर में आध्यात्मिक अनुभव बढ़ सकते हैं और नियमित पूजा-पाठ की आवश्यकता महसूस होगी।

उपाय: भगवान गणेश की नियमित पूजा करें और अपने कार्यस्थल पर गणेश जी की प्रतिमा रखें।

2026 केतु गोचर: धनु राशि

धनु राशि वालों के लिए इस अवधि में केतु आपके नौवें भाव में गोचर करेगा। नौवां भाव में केतु का यह गोचर आपको अंदर से बहुत अधिक आध्यात्मिक बना सकता है। आप धर्म पूजा- पाठ और ईश्वर भक्ति से ज्यादा रुचि लेने लगेंगे, जिससे आपके मन को शांति मिलेगा और आप जीवन के उद्देश्य और उसके गहरे अर्थ को बेहतर समझ पाएंगे। इस समय आप मंदिरों और धार्मिक स्थानों की यात्रा भी कर सकते हैं, जिससे आपकी आंतरिक शक्ति और विश्वास और मजबूत होगा। साथ ही, केतु के नवम भाव में होने के कारण आपको अपने पिता की सेहत का खास ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि उनके स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है और खर्चों में भी बढ़ोतरी हो सकती है।

उपाय: मंगलवार के दिन गरीब साधुओं को भोजन दान करें।

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2026 केतु गोचर: मकर राशि

मकर राशि वालों के लिए केतु का गोचर आपके आठवें भाव (सिंह राशि) में होगा। इस दौरान आपको परिवार में अपने जीवनसाथी या करीबी लोगों के लिए तालमेल बनाकर चलना होगा, क्योंकि रिश्तों में समायोजन की जरूरत पड़ेगी। अचानक आने वाले खर्चों के कारण आर्थिक स्थिति थोड़ी खराब हो सकती है और पैसों में उतार–चढ़ाव बना रहेगा। इस समय स्थिर आय या पैसों के बढ़ने की उम्मीद कम रहेगी, लेकिन विरासत या किसी अप्रत्याशित स्रोत से धन लाभ भी मिल सकता है। स्वास्थ्य के मामले में सावधानी जरूरी है, क्योंकि स्वास्थ्य समस्याओं के चलते खर्च बढ़ सकते हैं।

खासकर अपने दांतों और मुख संबंधी समस्याओं को नजरअंदाज न करें, वरना समय के साथ परेशानी बढ़ सकती है। कुल मिलाकर यह समय धैर्य, समझदारी और परिवार के साथ प्रेमपूर्ण व्यवहार की मांग करता है।

उपाय: रोज़ 43 बार “ॐ गणेशाय नमः” का जाप करें।

2026 केतु गोचर: कुंभ राशि

कुंभ राशि वालों के लिए केतु का गोचर आपके सातवें भाव (सिंह राशि) में होगा। सातवें भाव में केतु का रहना आमतौर पर शुभ नहीं माना जाता है, क्योंकि इस दौरान वैवाहिक जीवन में परेशानी बढ़ सकती है और जीवनसाथी के साथ मनमुटाव होना आसान रहेगा। अगर आप अविवाहित हैं, तो शादी तय होने में बाधाएं आ सकती हैं। जीवनसाथी के साथ रोज़मर्रा की समझ और तालमेल में कमी रहेगी, इसलिए रिश्ते को संभालने के लिए आपको ज्यादा समायोजन करना पड़ेगा।

केतु के प्रभाव से जीवनसाथी के साथ भावनात्मक जुड़ाव भी कमजोर हो सकता है। करियर में भी यह समय मिश्रित परिणाम देगा, बॉस या सीनियर्स के साथ मतभेद हो सकते हैं, और अगर आप बिज़नेस कर रहे हैं, तो पार्टनरशिप में समस्याएं आ सकती हैं, जिसके कारण मुनाफे की बजाय नुकसान होने की संभावना बढ़ जाती है। कुल मिलाकर इस अवधि में रिश्तों को टूटने से बचाने के लिए बहुत धैर्य और समझदारी की जरूरत होगी।

उपाय: मंगलवार को विकलांग व्यक्तियों को भोजन दान करें।

2026 केतु गोचर: मीन राशि

मीन राशि वालों के लिए आने वाले साल के पहले हिस्से में केतु आपकी कुंडली के छठे भाव (सिंह राशि) में गोचर करेगा और 05 दिसंबर 2026 तक यहीं रहेगा। छठे भाव में केतु की स्थिति आपके प्रयासों को मजबूत बनाएगी और आप मेहनत के दम पर अच्छी सफलता पा सकते हैं।

आपकी दृढ़ इच्छा शक्ति बढ़ेगी और आप चुनौतियों का डटकर सामना कर पाएंगे। लेकिन साथ ही, ज्यादा खर्चों की वजह से कर्ज लेने की नौबत आ सकती है और लोन से जुड़ी दिक्कतें भी सामने आ सकती हैं इसलिए पैसों की सही प्लानिंग बहुत जरूरी होगी। सेहत की बात करें तो पाचन से जुड़ी समस्याएं, कमजोर प्रतिरोधक क्षमता और थकान जैसी दिक्कतें हो सकती हैं, इसलिए खान–पान और दिनचर्या पर खास ध्यान देना होगा।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. 2026 में केतु कब और किस राशि में गोचर करेगा?

2026 में केतु पूरे साल सिंह राशि में रहेगा और 05 दिसंबर 2026 को कर्क राशि में प्रवेश करेगा।

2. केतु गोचर का जीवन पर सबसे बड़ा प्रभाव क्या होता है?

केतु गोचर मुख्यतः वैराग्य, आध्यात्मिकता, भ्रम, संबंधों में दूरी और अचानक परिवर्तन लाता है।

3. सिंह राशि में केतु गोचर क्यों महत्वपूर्ण माना जाता है?

क्योंकि सिंह नेतृत्व, अहं, रचनात्मकता का प्रतीक है, और केतु यहाँ इन भौतिक गुणों को तोड़कर व्यक्ति को आध्यात्मिक और आत्मविश्लेषी बना देता है।

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