विवाह मुहूर्त 2023 - Marriage Dates 2023

Author: Vijay Pathak | Last Updated: Tue 13 Sep 2022 6:02:47 PM

एस्ट्रोकैंप के इस विवाह मुहूर्त 2023 लेख में आपको वर्ष 2023 में आने वाली शुभ विवाह मुहूर्त तिथियों की जानकारी प्राप्त होगी, जो कि पूर्ण रूप से वैदिक ज्योतिष पर आधारित हैं और हमारे बेहद अनुभवी ज्योतिषियों द्वारा दिन, नक्षत्र और शुभ घड़ी की गणना कर बताई गई हैं।


आमतौर पर देखा जाए तो किसी भी शुभ कार्यक्रम के लिए हम लोग शुभ मुहूर्त देखते हैं क्योंकि एक ज़रा सी ग़लती जीवन भर के दुःखों का कारण बन सकती है। ऐसे में हम और हमारा समाज शादी के लिए विवाह मुहूर्त 2023 देखते हैं ताकि वर-वधु के उज्ज्वल भविष्य और सुखी दांपत्य जीवन की कामना की जा सके। इस विवाह मुहूर्त 2023 लेख में हिन्दू विवाह कैलेंडर की सभी शुभ तिथियां एवं मुहूर्त शामिल हैं। जिसकी मदद से आप अपने घर-परिवार में होने वाली शादियों के लिए मेहमानों का स्वागत करने की योजना बना सकते हैं।

Read In English: Vivah Muhurat 2023


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विवाह मुहूर्त 2023

भारत में होने वाली शादियां पूरी दुनियाभर में मशहूर हैं क्योंकि ये देश की संस्कृति और इतिहास को दर्शाती हैं। विवाह को दो आत्माओं के पवित्र मिलन के रूप में देखा जाता है, जो सिर्फ़ वर-वधु के बंधन को ही नहीं बल्कि दो अलग-अलग परिवारों के मिलन को भी दर्शाता है। ऐसे में शादी की तारीख़ व शुभ मुहूर्त का चुनाव करना सबसे महत्वपूर्ण बिंदु होता है। शादी की तारीख़ तय करने से पहले लोग घर-परिवार, स्वभाव, कमी-खामी सब कुछ देखते हैं क्योंकि शादी के बाद सिर्फ़ खुशियां ही नहीं बल्कि दुःख भी एक साथ बांटे जाते हैं। इसलिए कुंडली मिलान, गुण मिलान आदि भी किए जाते हैं। यही वजह है कि किसी भी शादी से पहले लोग ज्योतिष का सहारा लेते हैं और फिर शादी यानी लगन की तैयारियां शुरू करते हैं। तो आइए विवाह मुहूर्त 2023 देखते हैं और जानते हैं कि वर्ष 2023 में विवाह के योग्य कौन सी शुभ तिथियां हैं और उनका शुभ मुहूर्त क्या है।

शादी के लिए शुभ मुहूर्त 2023

इस लेख में हम आपको वर्ष 2023 के लिए तिथि और दिन के अनुसार विवाह मुहूर्त 2023 की जानकारी दे रहे हैं। जिसकी मदद से आप शादी के लिए अपने हिसाब से उचित तिथि चुन सकते हैं। लेकिन चूंकि शादी करना जीवन का बहुत बड़ा और अहम फ़ैसला है, इसलिए वर और वधु की कुंडली एक योग्य और अनुभवी ज्योतिषी को दिखाना बेहद ज़रूरी होता है। इसके लिए आप एस्ट्रोसेज के ज्योतिषियों से बात कर सकते हैं।

जनवरी

जनवरी महीने में किसी भी चीज़ की शुरुआत करना अच्छा माना जाता है। मान्यता है कि जनवरी का महीना शुद्धता और नई ऊर्जा का प्रतीक है। इस महीने में मौसम इतना अच्छा होता है कि लोग काफ़ी सहज महसूस करते हैं। यदि आपको सर्दी का मौसम पसंद है तो आपके लिए इससे अच्छा महीना नहीं हो सकता। कहा जाता है कि इस महीने में विवाह करने से पति-पत्नी के रिश्ते में मज़बूती आती है क्योंकि तारे-सितारे और नक्षत्र आपके पक्ष में होते हैं। आइए विवाह मुहूर्त 2023 के अनुसार जानते हैं जनवरी माह की शुभ तिथियां कौन-कौन सी हैं, जो आपके जीवन में ख़ुशियों की बहार लेकर आ सकती हैं।
विवाह मुहूर्त 2023: जनवरी

महीना- तिथि

दिनांक

दिन

राशि

नक्षत्र

अवधि

माघ - नवमी

15 जनवरी 2023

रविवार

तुला

स्वाति

शाम 7 बजकर 12 मिनट से सुबह 7 बजकर 15 मिनट तक

माघ - एकादशी, द्वादशी

18 जनवरी 2023

बुधवार

वृश्चिक

अनुराधा

सुबह 7 बजकर 15 मिनट से शाम 5 बजकर 23 मिनट तक

माघ- पंचमी

25 जनवरी 2023

बुधवार

कुंभ

उत्तरा भाद्रपद

शाम 08 बजकर 05 मिनट से सुबह 7 बजकर 12 मिनट तक

माघ- पंचमी, षष्ठी

26 जनवरी 2023

गुरुवार

मीन

उत्तरा भाद्रपद, रेवती

सुबह 7 बजकर 12 मिनट से 27 जनवरी सुबह 7 बजकर 12 मिनट तक

माघ - षष्ठी, सप्तमी

27 जनवरी 2023

शुक्रवार

मीन- कुम्भ

रेवती

सुबह 7 बजकर 12 मिनट से शाम 12 बजकर 42 मिनट तक

माघ - दशमी

30 जनवरी 2023

सोमवार

वृश्चिक

रोहिणी

रात 10 बजकर 15 मिनट से सुबह 7 बजकर 10 मिनट तक

फरवरी

फरवरी का महीना इसलिए ज़्यादा ख़ास है क्योंकि यह महीना प्यार का महीना कहा जाता है और इसी महीने में पूरी दुनिया में मनाया जाने वाला वैलेंटाइन वीक भी पड़ता है। जो कि रोज डे और प्रॉमिस डे से शुरू होता है और महीने की 14 तारीख तक यानी कि वैलेंटाइन डे तक रहता है। ऐसे में आइए जानते हैं फरवरी महीने की विवाह मुहूर्त 2023 तिथियां।

विवाह मुहूर्त 2023: फरवरी

महीना- तिथि

दिनांक

दिन

राशि

नक्षत्र

अवधि

फाल्गुन - प्रतिपदा,द्वितीया

6 फरवरी 2023

रविवार

कर्क-सिंह

मघा

रात 9 बजकर 44 मिनट से सुबह 7 बजकर 6 मिनट तक

फाल्गुन - द्वितीया

7 फरवरी 2023

मंगलवार

सिंह

मघा

सुबह 7 बजकर 6 मिनट से शाम 4 बजकर 3 मिनट तक

फाल्गुन - चतुर्थी

9 फरवरी 2023

गुरुवार

कन्या

उत्तराफाल्गुनी, हस्त

सुबह 7 बजकर 5 मिनट से 10 फरवरी सुबह 7 बजकर 4 मिनट तक

फाल्गुन - पंचमी

10 फरवरी 2023

शुक्रवार

कन्या

हस्त

सुबह 7 बजकर 4 मिनट से शाम 4 बजकर 45 मिनट तक

फाल्गुन - सप्तमी

12 फरवरी 2023

रविवार

तुला

स्वाति

रात 9 बजकर 50 मिनट से सुबह 2 बजकर 27 मिनट तक

फाल्गुन - अष्टमी

13 फरवरी 2023

सोमवार

तुला-वृश्चिक

अनुराधा

सुबह 2 बजकर 36 मिनट से सुबह 7 बजकर 1 मिनट तक

फाल्गुन - नवमी

14 फरवरी 2023

मंगलवार

वृश्चिक

अनुराधा

सुबह 7 बजकर 1 मिनट से दोपहर 12 बजकर 26 मिनट तक

फाल्गुन - एकादशी

16 फरवरी 2023

गुरुवार

धनु

मूल

सुबह 6 बजकर 59 मिनट से रात 10 बजकर 53 मिनट तक

फाल्गुन - तृतीया,चतुर्थी

22 फरवरी 2023

बुधवार

मीन

उत्तर भाद्रपद,रेवती

सुबह 6 बजकर 54 मिनट से 23 फरवरी सुबह 6 बजकर 53 मिनट तक

फाल्गुन - चतुर्थी

23 फरवरी 2023

गुरुवार

मीन-मेष

रेवती

सुबह 6 बजकर 53 मिनट से दोपहर 2 बजकर 23 मिनट तक

फाल्गुन - अष्टमी, नवमी

27 फरवरी 2023

सोमवार

वृषभ

रोहिणी

दोपहर 4 बजकर 12 मिनट से 28 फरवरी सुबह 6 बजकर 48 मिनट तक

फाल्गुन - नवमी,दशमी

28 फरवरी 2023

मंगलवार

वृषभ-मिथुन

मृगशिरा

सुबह 6 बजकर 48 मिनट से 1 मार्च सुबह 6 बजकर 47 मिनट तक

मार्च

मार्च भारतीय उपमहाद्वीप में सबसे शुष्क महीनों में से एक है, जिसमें सूर्य का ताप ज़्यादा नहीं होता है और हवा भी अच्छी चलती है। ऐसे में यदि आप शादी या डेस्टिनेशन वेडिंग करने का प्लान बना रहे हैं तो एस्ट्रोकैंप के इस विवाह मुहूर्त 2023 के अनुसार तिथि चुन सकते हैं।

विवाह मुहूर्त 2023: मार्च

महीना- तिथि

दिनांक

दिन

राशि

नक्षत्र

अवधि

फाल्गुन - चतुर्दशी

6 मार्च 2023

सोमवार

सिंह

मघा

सुबह 6 बजकर 41 मिनट से शाम 4 बजकर 17 मिनट तक

चैत्र - तृतीया

9 मार्च 2023

गुरुवार

कन्या

हस्त

रात 9 बजकर 8 मिनट से 10 मार्च सुबह 5 बजकर 57 मिनट तक

चैत्र - चतुर्थी

11 मार्च 2023

शनिवार

तुला

स्वाति

सुबह 7 बजकर 11 मिनट से शाम 7 बजकर 52 मिनट तक

चैत्र - षष्ठी

13 मार्च 2023

सोमवार

वृश्चिक

अनुराधा

सुबह 8 बजकर 21 मिनट से रात नौ बजकर 27 मिनट तक

इस वर्ष अप्रैल 2023 में विवाह के लिए कोई भी शुभ मुहुर्त नहीं है।

मई

मई के महीने मैं सबसे ज़्यादा साया तिथियां होती हैं, जो कि अप्रैल महीने में आने वाली साया और गैर-साया मुहूर्त की कसर पूरी करती हैं। मई माह में आने वाली सभी विवाह मुहूर्त 2023 तिथियां विवाह के लिए अनुकूल और उपयुक्त हैं। तो आइए देखते हैं कि मई महीने की शुभ विवाह तिथियां कौन-कौन सी हैं।

विवाह मुहूर्त 2023: मई

महीना- तिथि

दिनांक

दिन

राशि

नक्षत्र

अवधि

वैशाख - त्रयोदशी

3 मई 2023

बुधवार

कन्या

हस्त

सुबह 5 बजकर 39 मिनट से रात 8 बजकर 56 मिनट तक

ज्येष्ठ - द्वितीया

6 मई 2023

शनिवार

तुला-वृश्चिक

अनुराधा

रात 9 बजकर 13 मिनट से 7 मई 5 बजकर 36 मिनट तक (AM PM Missing)

ज्येष्ठ - चतुर्थी

8 मई 2023

सोमवार

वृश्चिक-धनु

मूल

सुबह 12 बजकर 49 मिनट से सुबह 5 बजकर 35 मिनट तक

ज्येष्ठ - चतुर्थी/पंचमी

9 मई 2023

मंगलवार

धनु

मूल

सुबह 5 बजकर 35 मिनट से शाम 5 बजकर 45 मिनट तक

ज्येष्ठ - षष्ठी

10 मई 2023

बुधवार

धनु-मकर

उत्तराषाढ़ा

शाम 4 बजकर 12 मिनट से 11 मई सुबह 5 बजकर 33 मिनट तक

ज्येष्ठ - षष्ठी

11 मई 2023

गुरुवार

मकर

उत्तराषाढ़ा

सुबह 5 बजकर 33 मिनट से सुबह 11 बजकर 27 मिनट तक

ज्येष्ठ - एकादशी,द्वादशी

15 मई 2023

सोमवार

मीन

उत्तर भाद्रपद

सुबह 9 बजकर 8 मिनट से 5 बजकर 30 मिनट तक

ज्येष्ठ - द्वादशी, त्रयोदशी

16 मई 2023

मंगलवार

मीन

उत्तर भाद्रपद/रेवती

सुबह 5 बजकर 30 मिनट से 17 मई 1 बजकर 48 मिनट तक

ज्येष्ठ - प्रतिपदा, द्वितीया

20 मई 2023

शनिवार

वृषभ

रोहिणी

शाम 5 बजकर 18 मिनट से सुबह 5 बजकर 27 मिनट तक

ज्येष्ठ - द्वितीया, तृतीया

21 मई 2023

रविवार

वृषभ-मिथुन

रोहिणी/मृगशिरा

सुबह 5 बजकर 27 मिनट से 22 मई सुबह 5 बजकर 27 मिनट

ज्येष्ठ - तृतीया

22 मई 2023

सोमवार

मिथुन

मृगशिरा

सुबह 5 बजकर 27 मिनट से सुबह 10 बजकर 37 मिनट तक

ज्येष्ठ - नवमी, दशमी

29 मई 2023

सोमवार

सिंह-कन्या

उत्तराफाल्गुनी

सुबह 5 बजकर 24 मिनट से 30 मई सुबह 5 बजकर 24 मिनट तक

ज्येष्ठ - दशमी, एकादशी

30 मई 2023

मंगलवार

कन्या

हस्त

सुबह 5 बजकर 24 मिनट से रात 8 बजकर 55 मिनट तक

जून

मई महीने के बाद जून में भी अच्छी संख्या में विवाह मुहूर्त 2023 तिथियां हैं। यदि आप जून में शादी करने की योजना बना रहे हैं तो एस्ट्रोकैंप आपके लिए कुछ बेहतरीन शुभ मुहूर्त लेकर आया है, देखें सूची।

विवाह मुहूर्त 2023: जून

महीना- तिथि

दिनांक

दिन

राशि

नक्षत्र

अवधि

ज्येष्ठ - द्वादशी,त्रयोदशी

1 जून 2023

गुरुवार

तुला

स्वाती

सुबह 6 बजकर 48 मिनट से शाम 7 बजे तक

ज्येष्ठ - चतुर्दशी

3 जून 2023

शनिवार

वृश्चिक

अनुराधा

सुबह 6 बजकर16 मिनट से सुबह 11 बजकर 16 मिनट तक

आषाढ़- द्वितीया

5 जून 2023

सोमवार

धनु

मूल

सुबह 8 बजकर 53 मिनट से 6 जून सुबह 1 बजकर 30 मिनट तक

आषाढ़- चतुर्थी

6 जून 2023

मंगलवार

धनु-मकर

उत्तराषाढ़ा

सुबह 12 बजकर 50 मिनट से 7 जून सुबह 5 बजकर 23 मिनट तक

आषाढ़- चतुर्थी

7 जून 2023

बुधवार

मकर

उत्तराषाढ़ा

सुबह 5 बजकर 30 मिनट से रात 9 बजकर 2 मिनट तक

आषाढ़- नवमी

11 जून 2023

रविवार

कुम्भ-मीन

उत्तराभाद्रपद

दोपहर 2 बजकर 32 मिनट से 12 जून सुबह 5 बजकर 23 मिनट तक

आषाढ़- नवमी/दशमी

12 जून 2023

सोमवार

मीन

उत्तराभाद्रपद/रेवती

सुबह 5 बजकर 23 मिनट से सुबह 9 बजकर 58 मिनट तक

आषाढ़- पंचमी, षष्ठी

23 जून 2023

शुक्रवार

सिंह

मघा

सुबह 11 बजकर 3 मिनट से 24 जून सुबह 5 बजकर 24 मिनट तक

आषाढ़- अष्टमी, नवमी

26 जून 2023

सोमवार

कन्या

हस्त

दोपहर 1 बजकर 19 मिनट से सुबह 5 बजकर 25 मिनट तक

जुलाई से लेकर अक्टूबर तक 2023 में विवाह के लिए कोई भी शुभ मुहुर्त नहीं है।

नवंबर

मौसम और समय के लिहाज से देखा जाए तो नवंबर का महीना शादी और मेहमानों के स्वागत के लिए सबसे अच्छा है। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, नवंबर महीने की कई विवाह मुहूर्त 2023 तिथियां आपके लिए उपयुक्त होंगी।

विवाह मुहूर्त 2023: November

महीना- तिथि

दिनांक

दिन

राशि

नक्षत्र

अवधि

कार्तिक - द्वादशी

23 नवंबर 2023

गुरुवार

मीन

रेवती

रात 9 बजकर 1 मिनट से 24 नवंबर सुबह 6 बजकर 51 मिनट तक

कार्तिक - पूर्णिमा, प्रतिपदा

27 नवंबर 2023

सोमवार

वृषभ

रोहिणी

दोपहर 1 बजकर 35 मिनट से सुबह 6 बजकर 54 मिनट तक

मार्गशीर्ष - प्रतिपदा,द्वितीया

28 नवंबर 2023

मंगलवार

वृषभ-मिथुन

रोहिणी,मृगशिरा

सुबह 6 बजकर 54 मिनट से 29 नवंबर सुबह 6 बजकर 54 मिनट तक

मार्गशीर्ष - द्वितीया

29 नवंबर 2023

बुधवार

मिथुन

मृगशिरा

सुबह 6 बजकर 54 मिनट से दोपहर 1 बजकर 59 मिनट तक

दिसंबर

दिसंबर महीने में शादी करने के कई फ़ायदे होते हैं क्योंकि इसमें मौसम भी बेहतरीन होता है और क्रिसमस व अन्य अवसर भी शामिल होते हैं। तो बिना देरी किए आइए जानते हैं दिसंबर महीने की विवाह मुहूर्त 2023 तिथियां।

विवाह मुहूर्त 2023: दिसंबर
महीना- तिथि दिनांक दिन राशि नक्षत्र अवधि
मार्गशीर्ष - नवमी, दशमी 6 दिसंबर 2023 बुधवार सिंह-कन्या उत्तरा फाल्गुनी सुबह 7 बजे से 7 दिसंबर सुबह 7 बजकर 1 मिनट तक
मार्गशीर्ष - दशमी 7 दिसंबर 2023 गुरुवार कन्या हस्त सुबह 7 बजकर 1 मिनट से दोपहर 4 बजकर 9 मिनट तक
मार्गशीर्ष - द्वादशी 9 दिसंबर 2023 शनिवार तुला स्वाति सुबह 10 बजकर 43 मिनट से दोपहर 11 बजकर 37 मिनट तक
मार्गशीर्ष - तृतीया, चतुर्थी 15 दिसंबर 2023 शुक्रवार धनु-मकर उत्तराषाढ़ा सुबह 8 बजकर 10 मिनट से सुबह 16 दिसंबर 6 बजकर 24 मिनट तक
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विवाह मुहूर्त 2023: महत्व और इसकी गणना

कहते हैं कि "जोड़ी आसमान में बनती है और सम्पन्न ज़मीन पर होती है।" शादी होने के बाद इंसान का पूरा जीवन बदल जाता है। यही एक ऐसा दिन है, जब लोग अपने नए जीवन की शुरुआत करते हुए अपने हमसफर के साथ जीवन का आनंद लेने और ताउम्र साथ देने का संकल्प लेते हैं।

हिन्दू धर्म में शादी को सात जन्मों का रिश्ता माना जाता है। यही वजह है कि शादी के लिए एक सही दिन का चुनाव करना और शुभ मुहूर्त का पालन करना बेहद ज़रूरी होता है। आज के दौर में कुछ लोग किसी ज्योतिषी की परामर्श लिए बिना ही शादी की तारीख़ चुन लेते हैं, जिससे बाद में उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है। असल में देखा जाए तो विवाह का शुभ मुहूर्त निर्धारित करते समय पंचांग और कुंडली सबसे ज़्यादा महत्वपूर्ण होते हैं। कुंडली और पंचांग इसलिए भी ज़रूरी हैं ताकि ज्योतिषी वर और वधु के जन्म के समय नक्षत्र और चंद्रमा की स्थिति का पता लगा सके और सही शुभ मुहूर्त बता सके।

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विवाह में शुभ मुहूर्त का महत्व

शादी के लिए शुभ मुहूर्त बहुत महत्वपूर्ण होता है क्योंकि यह दो आत्माओं के बीच एक मज़बूत कर्म बंधन स्थापित करता है। फिर देखी जाती है तिथि, जो तन और मन के बीच सामंजस्य और अनुकूलता का प्रतिनिधित्व करती है। इसलिए शादी से पहले, एक शुभ तिथि का चयन करना ज़रूरी होता है। मान्यता है कि शुभ मुहूर्त में की गई शादी लंबे समय तक चलती है तथा दांपत्य जीवन सुखद व स्थित रहता है।

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मुहूर्त और उसका वैज्ञानिक संबंध

वैज्ञानिक दृष्टिकोण से, हमारे ब्रह्मांड और आसपास के माहौल पर तरंगों या कंपनों का असर होता है। इसका मतलब यह है कि एक विशेष आवृत्ति पर अंतरिक्ष में घूमने वाली ध्वनियों का पूरे ब्रह्मांड में ग्रहों और आकाशीय पिंडों पर प्रभाव पड़ता है, जिसमें ऐसे ग्रह भी शामिल हैं जिनका पहले से ही पृथ्वी पर जीवन पर काफी ज़्यादा प्रभाव है। ऐसे में जब शुभ तिथि और नक्षत्र के दौरान वैदिक मंत्रों का उच्चारण किया जाता है तो ग्रहों और खगोलीय पिंडों को प्रभावित करने के लिए अलौकिक तरंगों की शुरुआत होती है, जो ग्रहों के प्रभाव को अनुकूल रूप से बढ़ाती हैं। जितनी अच्छी तरह से मंत्रोच्चारण किया जाता है, उतने ही अच्छे प्रभाव देखने को मिलते हैं।

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हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा ये लेख जरूर पसंद आया होगा। ऐसे ही और भी लेख के लिए बने रहिए एस्ट्रोकैंप के साथ। धन्यवाद !
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